देश के लिए गौरव की बात यह रही कि भारत की प्रीति पाल ने Paris Paralympics 2024 में महिलाओं की T35 100m स्पर्धा में bronze पदक जीता। उनका शानदार प्रदर्शन न केवल उनके पहले पैरालंपिक खेलों में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, बल्कि एथलेटिक्स में भारत के पदकों की संख्या में एक और महत्वपूर्ण इजाफा भी करता है।
100m स्पर्धा में bronze पदक उनकी कड़ी मेहनत, समर्पण और लचीलेपन का प्रमाण है, क्योंकि वह दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ पैरा-एथलीटों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।
वह कल होने वाली अपनी अगली चुनौती, 200m स्पर्धा पर नज़रें गड़ाए हुए हैं। अपनी हालिया सफलता से उत्साहित होकर प्रीति ने और भी ऊंचे लक्ष्य तय करने का निश्चय किया है।
100m स्पर्धा में प्रीति पाल की उपलब्धि ने न केवल उनका आत्मविश्वास बढ़ाया है, बल्कि 200m दौड़ में एक बार फिर पोडियम स्थान हासिल करने की उम्मीद भी जगाई है।
शुक्रवार को Paris Paralympics में अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में स्वर्ण पदक जीता। इसी स्पर्धा में निशानेबाज मोना अग्रवाल ने bronze पदक जीता। वहीं, मनीष नरवाल ने पुरुषों की 10 मीटर एयर पिस्टल SH1 पिस्टल स्पर्धा के फाइनल में रजत पदक जीता।
इस साल भारत ने अब तक का अपना सबसे बड़ा पैरालिंपिक दल भेजा है, जिसमें 12 खेलों के 84 एथलीट शामिल हैं, जो देश के बढ़ते पैरा-स्पोर्ट्स इकोसिस्टम का प्रमाण है। Paris Paralympics 2024 में भारत की भागीदारी न केवल संख्या में वृद्धि को दर्शाती है, बल्कि पदक की उम्मीदों को भी बढ़ाती है, क्योंकि देश का लक्ष्य टोक्यो में अपनी पिछली उपलब्धियों को पार करना है।